प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समारोह में मौजूद कृषि वैज्ञानिक व किसान। भास्कर न्यूज | बूंदी कृषि विज्ञान केंद्र श्योपुरिया बावड़ी में शनिवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समारोह के तहत गोष्ठी हुई, जिसमें जिले के 109 प्रगतिशील किसानों व किसान महिलाओं ने भाग लिया। गोष्ठी के दौरान वाराणसी (उत्तरप्रदेश) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हो रहे किसान सम्मान समारोह का सीधा प्रसारण किया।

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त डीबीटी के माध्यम से जारी की और किसानों को संबोधित किया। गोष्ठी में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नीरज हाड़ा ने किसानों को खरीफ फसलों (उड़द, मूंग, सोयाबीन, धान) में खरपतवार प्रबंधन, पादप सुरक्षा, अधिक जलभराव से फसलों की सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अधिक बारिश के कारण यदि मुख्य फसलें खराब हो जाए तो मूंग या उड़द की पुनः बुवाई की जा सकती है। मुख्य अतिथि राजस्थान सरपंच संघ के महामंत्री कुलदीपसिंह गौड़ ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। बताया कि किसानों को सीधे हस्तांतरित की जाने वाली वार्षिक सहायता की जानकारी दी। साथ ही किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी।

पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. घनश्याम मीणा ने किसानों को पशु रोग, आहार प्रबंधन, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की विधियों व प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी। मृदा वैज्ञानिक डॉ. सेवाराम रूंडला ने मृदा सहेजने और पोषक तत्व प्रबंधन, जबकि उद्यान वैज्ञानिक इंदिरा यादव ने सब्जी उत्पादन और फलदार पौधों की तकनीकी खेती पर मार्गदर्शन दिया। किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र की जीवंत इकाइयों व क्रॉप कैफेटेरिया का भ्रमण कराया गया। पौधों का वितरण किया गया। संचालन वरिष्ठ अध्येता अनुसंधान डॉ. दीपक कुमार, विकास ताखर व लोकेश प्रजापत ने किया।







