राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, हाबूर (पूनमनगर), जैसलमेर में जर्जर खंभा गिरने से एक मासूम छात्र की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हैं।मैं दिवंगत छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायल शिक्षक के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।सवाल उठता है कि क्या जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत सरकार की प्राथमिकता नहीं है?

चौंकाने वाली बात यह है कि यह वही गांव है जो जैसलमेर विधायक का पैतृक गांव है।फिर भी स्कूल की ये भयावह स्थिति, यह कोई हादसा नहीं, बल्कि सरकारी उपेक्षा और प्रशासनिक संवेदनहीनता का परिणाम है।आख़िर कितने मासूम और जानें जाएंगी, तब जागेगी सरकार?क्या यही है ‘विकास’ का मॉडल?