तालेड़ा। तालेड़ा और अकतासा के बीच स्थित नदी इन दिनों तेज बहाव के कारण खतरे का केंद्र बन चुकी है। सबसे चिंता की बात यह है कि इस पुलिया पर न तो कोई सुरक्षा दीवार है और न ही अन्य सुरक्षा प्रबंध, जिससे किसी भी समय गंभीर हादसा हो सकता है।

पहले था मुख्य मार्ग, अब उपेक्षा का शिकार
बाईपास बनने से पहले यह पुलिया जयपुर सहित कई शहरों को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग था। बावजूद इसके, नदी के दोनों ओर सुरक्षा दीवार तक नहीं बनाई गई है। मानसून सीजन में पानी का बहाव अत्यधिक तेज हो जाता है, और इस समय पुलिया से महज़ एक फीट नीचे तक पानी बह रहा है।
गोवंश भी बना चुनौती
पुलिया के ऊपर बड़ी संख्या में गोवंश बैठे रहते हैं, जिससे वाहन चालकों को निकालने में काफी मुश्किल होती है। ऐसे में बारिश के दौरान यदि कोई व्यक्ति या वाहन असंतुलित होकर फिसलता है, तो उसकी जान भी खतरे में पड़ सकती है।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पुलिया पर तत्काल सुरक्षा दीवार और आवश्यक संकेतक लगाए जाएं। उनका कहना है कि इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, और किसी भी प्रकार की लापरवाही एक बड़े हादसे को जन्म दे सकती है।








